आज पूरी दुनिया योग फॉर वन अर्थ,वन हेल्थ, की थीम पर योग दिवस मनाएगीः स्वास्थ्य मंत्री

 मोदी जी की पहल एक वैश्विक आंदोलन बनीःश्यामबिहारी जायसवाल

बिलासपुर ।प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा है कि शनिवार 21 जून को पूरी दुनिया “योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ“ की थीम के साथ 11वाँ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने जा रही है। गत दस वर्षों में भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से योग को दुनिया में अपना उचित स्थान मिला है।

श्री जायसवाल ने कहा कि भारत सरकार के प्रयासों का ही परिणाम है कि भारत की योग आधारित अर्थव्यवस्था कुल 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक की हो चुकी है और 1 लाख से अधिक प्रमाणित योग शिक्षक दुनिया के 190 देशों में योग सीखने-सिखाने का कार्य कर रहे हैं।

 स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने शुक्रवार को यहाँ भाजपा कार्यालय  में आहूत पत्रकार वार्ता में बताया कि राष्ट्रीय  सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) के हाल ही में हुए सर्वेक्षण में पाया गया कि देश के 2.5 करोड़ घरों में, जो कि देश की आबादी का लगभग 8 प्रतिशत है, कम-से-कम एक सदस्य नियमित योग करता है। यह योग के भारतीय जीवन शैली से जुड़ाव को दिखाता है और यह स्थापित करता है कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार आम भारतीय के जीवन की प्राथमिकताओं पर चल रही है।
 श्री जायसवाल ने कहा कि आज के इस कठिन दौर में, जहाँ बीमारियों और जनसंख्या दोनों ही तेज़ी से बढ़ रही हैं, योग एक ऐसा माध्यम है जिससे हम सभी एक स्वस्थ, संतुलित और खुशहाल जीवन जी सकते हैं। योग केवल शरीर की क्रियाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आत्मा, मन और चेतना को जोड़ने वाली एक जीवनशैली है। भारत, जो योग की भूमि है, ने सदियों से इसे संरक्षित और प्रचारित भी किया है। यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर है और आज विश्वभर में इसके वैज्ञानिक लाभों को स्वीकार किया जा रहा है। श्री जायसवाल ने कहा कि भारत जैसा कोई दूसरा देश शायद ही हो, जिसका इतना व्यापक, समृद्ध और जीवंत सांस्कृतिक इतिहास रहा हो। जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में यह प्रस्ताव रखा कि 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाए, तब बहुत-से लोग जो पहले योग का मज़ाक उड़ाया करते थे, उन्हें यह कल्पना भी नहीं रही होगी कि यह पहल एक दिन वैश्विक आंदोलन का रूप ले लेगी।
 स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को 21 जून को मनाने के पीछे एक गहरा और वैज्ञानिक कारण भी है। 21 जून वर्ष का सबसे लंबा दिन और सबसे छोटी रात होती है। इसी दिन दक्षिणायन की शुरुआत होती है। भारतीय शास्त्रों और आयुर्वेद में यह माना गया है कि दक्षिणायन के प्रारंभ से वातावरण में अशुद्धता बढ़ने लगती है और हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। ऐसे समय में तन और मन को संतुलित बनाए रखने, शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और आत्मिक शांति प्राप्त करने के लिए योग एक अत्यंत प्रभावी साधन है। श्री जायसवाल ने कहा कि योग हमारी 15 हजार साल पुरानी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का अभिन्न हिस्सा है। आदियोगी शिव को योग का प्रथम ज्ञानदाता माना जाता है, जिन्होंने सप्तर्षियों को योग की गूढ़ विधाओं का उपदेश दिया। बाद में महर्षि पतंजलि ने योग को एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण से व्यवस्थित किया और उसे आस्था, अंधविश्वास और भ्रम से निकालकर एक प्रमाणित जीवनशैली के रूप में दुनिया के समक्ष प्रस्तुत किया। योग केवल शारीरिक क्रियाओं का नाम नहीं है, बल्कि मन की स्थिरता, भावनाओं का संतुलन, और आत्मा की शुद्धता की साधना है। । आज योग से विमुख होते जा रहे युवाओं को पुनः योग से जोड़ा जडा रहा है। युवा योग अपनाएँ। योग कोई कठिन साधना नहीं, बल्कि मन को एकाग्र करने, तन को स्थिर करने, और आत्मा को शांत करने का एक सरल, वैज्ञानिक और प्रभावी तरीका है।
 श्री जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के प्रयासों से 21 जून के दिन को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने के प्रस्ताव को 11 दिसंबर 2014 को यूनाइटेड नेशन्स की जनरल असेंबली ने सर्वसम्मति से पारित किया था। इस प्रस्ताव को विश्व के 175 देशों का समर्थन मिला था।   अब तक विश्व में योग दिवस पर हुए वैश्विक आयोजनों की चर्चा करते हुए श्री जायसवाल ने कहा कि 21 जून 2015 को पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर न्यूयॉर्क, पेरिस, बीजिंग, बैंकॉक जैसे शहरों में भव्य आयोजन किया गया। प्रथम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस “योग फॉर पीस एंड हारमनी“ की थीम पर आधारित था। इस दिन दिल्ली के एक योग कार्यक्रम में 35,985 लोगों ने एक साथ योग कर विश्व रिकॉर्ड बनाया, इन लोगों में 84 देशों के नागरिक शामिल थे। इस वर्ष 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को खास बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा 10 तरह के खास आयोजन किये जा रहे हैं। इस वर्ष योग संगम का आयोजन कर 10 हजार स्थानों पर एक साथ योग प्रदर्शन कर विश्व रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है।  10 स्थानों पर एक सप्ताह तक चलने वाले योग महाकुंभ उत्सव का समापन प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में एक केंद्रीय समारोह में होगा। समग्र स्वास्थ्य के लिए आधुनिक स्वास्थ्य सेवा के साथ योग को एकीकृत करने वाली 100-दिवसीय पहल संयोगम का आयोजन किया जा रहा है।
पत्रकार वार्ता में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक, भाजपा जिलाध्यक्ष बिलासपुर शहर दीपक सिंह ठाकुर, भाजपा जिला कोषाध्यक्ष गुलशन ऋषि भी उपस्थित थे।’

निर्मल माणिक/ प्रधान संपादक ,मोबाइल:- 9827167176

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