
बिलासपुर। वंदे मातरम मित्र मंडल की 228वीं साप्ताहिक बैठक सामाजिक समरसता एवं “संगठन गढ़े चलो” के संकल्प के साथ संत गुरु घासीदास जी की जयंती के अवसर पर भव्य पथ संचलन के रूप में आयोजित की गई। इस आयोजन का उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़कर सनातनी एकता के भाव को सुदृढ़ करना रहा।
तारबाहर स्थित आत्मानंद स्कूल से वंदे मातरम मित्र मंडल के सैकड़ों कार्यकर्ता केसरिया जैकेट पहनकर, तीन-तीन की पंक्ति में संघ घोष के साथ पूर्ण अनुशासन एवं संयमित तरीके से पथ संचलन में सम्मिलित हुए। सनातनी एकता – संगठन गढ़े चलो के संदेश के साथ निकले इस पथ संचलन ने नगर में सामाजिक समरसता का प्रभावी संदेश दिया।

पथ संचलन के दौरान नगर के विभिन्न स्थलों पर समाजों एवं महिला मंडलों द्वारा पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। प्रमुख स्वागत स्थल रहे— स्कूल के पास मालती चौकसे एवं महिला मंडल, शीतला मंदिर के पास रामकुमार सेठी परिवार, तारबाहर नाका चौक में हलवाई गुप्ता समाज महिला मंडल, सीएमडी कॉलेज चौक में महापौर श्रीमती पूजा विधानी के साथ भाजपा दक्षिण एवं रेलवे मंडल महिला मोर्चा, विद्यानगर त्रिपुरा मेडिकल के पास केसरवानी महिला समिति व विद्यानगर महिला मंडल, आयुष मेहता के निवास के पास कॉलोनी की महिलाएं, चौहान बाड़ा में योगेश चौहान परिवार, पूजाश्री दुकान के पास महिला मंडल, सहगल गली में अशोक तिवारी, रजनी अग्रवाल, श्याम अग्रवाल, विपिन मिश्रा, श्रीकांत झा, दिव्या सिंह के निवास के पास, पार्षद गणेश रजक के निवास के पास, अंबा टावर महिला मंडल, दुर्गा मंदिर महिला समिति, आटा चक्की के पास ममता मिश्रा व अन्य सदस्य, मधुसूदन राव के निवास पर महिला मंडल, तालाब के पहले अजय रजक परिवार, तालाब मंदिर के पास अनुराधा एवं महिला सदस्य तथा डॉ. मनमोहन दत्त के निवास के पास संध्या चौधरी व महिला टीम द्वारा स्वागत किया गया।

पथ संचलन की समाप्ति के पश्चात आत्मानंद स्कूल में वंदे मातरम मित्र मंडल की 228वीं साप्ताहिक बैठक प्रारंभ हुई। बैठक की विशेषता विभिन्न समाजों के प्रमुखों की उल्लेखनीय उपस्थिति रही। इनमें विनोद जैन (संरक्षक, जैन समाज), श्री गणेश रजक (पार्षद), बी. के. पाण्डेय (अध्यक्ष, ब्राह्मण समाज), विवेक कुमार अग्रवाल, दीपक जैन (अध्यक्ष, जैन समाज), राजकुमार समुदे (पूर्व अध्यक्ष, सुदर्शन समाज), जवाहर सराफ (अध्यक्ष, स्वर्णकार समाज), राधेश्याम सिंह (अध्यक्ष, क्षत्रिय समाज), विनोद मेघानी (अध्यक्ष, पूज्य सिंधी पंचायत), सिद्धार्थ भट्टाचार्य (अध्यक्ष, बंगाली समाज), डॉ. संजय मेहता (सचिव, गुजराती समाज), मधुसूदन राव (अध्यक्ष, तेलंग समाज), तिलक साहू (अध्यक्ष, साहू समाज), धनीराम यादव (संभागीय अध्यक्ष, यादव समाज), विकास साह (अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ी वैश्य समाज), हेमंत केसरवानी (अध्यक्ष, केसरवानी समाज), मनीष गुप्ता (अध्यक्ष, हलवाई गुप्ता समाज), शैलेंद्र कश्यप (अध्यक्ष, मोर्य समाज), रत्नेश अग्रवाल (सचिव, छत्तीसगढ़िया अग्रवाल समाज), विनोद जेहर (अध्यक्ष, रजक समाज) एवं शिवा कश्यप (अध्यक्ष, कोरी समाज) प्रमुख रहे।

इन सभी अतिथियों का सम्मान श्री महेंद्र जैन, जय सिंह चंदेल, जयप्रकाश लाल, पी. पी. सोनी, एस. एन. तिवारी, नरेश यादव, नवीन दुबे, सौरभ दुबे, नित्यानंद अग्रवाल, राम सिंह, बाल गोविंद अग्रवाल, सचिन राव, यतींद्र मिश्रा, प्रह्लाद दुबे, धनंजय गोस्वामी, महेंद्र सोनी, पृथ्वी सहगल, महेंद्र पटनायक, डॉ. जेठू साहू, कृष्णा कोरी, अमित तिवारी, रमेश श्रीवास, डॉ. एस. के. दत्ता, डॉ. अवनीश त्रिपाठी, संजीव साहू, जगदीश साहू, भगवान शर्मा, रामकुमार, राजेंद्र कुमार पाण्डेय, सुशील भुरे, वीर कुमार जैन, कमल जैन, विजय चावड़ा, अभिषेक तिवारी एवं चंद्रकांत वर्मा द्वारा किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता पं. विद्या शंकर भारद्वाज, प्रदेश अध्यक्ष, सतनामी जन जागृति सेवा समिति ने की। मुख्य अतिथि के रूप में राजकुमार सचदेव, विभाग संघ चालक, बिलासपुर विभाग (आरएसएस) उपस्थित रहे। कार्यक्रम की प्रमुख व्यवस्थाएं धीरेंद्र केशरवानी, पूर्व पार्षद विनोबा नगर द्वारा की गईं।
मुख्य वक्ता राजकुमार चंद्रा ने कहा कि समाज का वर्गों में विभाजन कमजोरी नहीं बल्कि कार्य-पद्धति की विशेषता है। हिंदुत्व को कभी मिटाया नहीं जा सकता। जाति में बंटी सनातनी सभ्यता कमजोरी नहीं बल्कि शक्ति है। केवल भाव जगाने की आवश्यकता है, जो कार्य वंदे मातरम मित्र मंडल कर रहा है, वह अनुकरणीय है। पं. विद्या शंकर भारद्वाज ने कहा कि सतनामी समाज गुरु घासीदास जी के सिद्धांतों पर चलकर हिंदू सनातन परंपरा का अभिन्न हिस्सा है। मुख्य अतिथि राजकुमार सचदेव ने मंडल के प्रयासों को सनातनियों को जोड़ने का प्रभावी माध्यम बताया। संयोजक महेंद्र जैन ने संगठन के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सभी सनातनियों को एक मंच पर लाकर परिचय, मेल-मिलाप और एकता को सुदृढ़ करना ही संगठन का लक्ष्य है।
कार्यक्रम के दौरान निरंतर सहभागिता देने वाले दिव्यांग राजेश पाल को उनकी निष्ठा एवं समर्पण के लिए शाल एवं श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया।
आभार प्रदर्शन धीरेंद्र केशरवानी ने किया। संगठन गीत जयप्रकाश लाल ने लिया। मंच संचालन पृथ्वी सहगल ने किया एवं शपथ सौरभ दुबे ने दिलाई। राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की संगीतमय प्रस्तुति अरविंद दिवाकृति व उनकी टीम द्वारा दी गई, जिन्हें अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया।


