मेमू लोकल ट्रेन खड़ी मालगाड़ी से जा भिड़ी 8 की मौत अनेक घायल ,पूरी घटना टुकड़ों में नहीं विस्तार से पढ़िए

बिलासपुर । रेलवे जोन मुख्यालय से कुछ किलोमीटर ही दूर मंगलवार को एक दर्दनाक रेल हादसा हो गया। जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई और दर्जन भर से ज्यादा घायल हुए है।  गेवरा रोड से रायपुर की ओर जा रही लोकल पैसेंजर ट्रेन बिलासपुर आउटर के पास खड़ी मालगाड़ी से जा टकराई। हादसा चौकसे कॉलेज के पास हुआ, जब तेज रफ्तार में आ रही पैसेंजर ट्रेन आउटर लाइन से गुजर रही थी और सामने खड़ी मालगाड़ी को नहीं देख पाई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रेन के आगे के डिब्बे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। टक्कर के तुरंत बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। यात्रियों में चीख-पुकार गूंज उठी और कई लोग ट्रेन से कूदकर अपनी जान बचाने की कोशिश करने लगे। इस हादसे में कई लोगों की मौत तथा घायल होने की खबर है। पैसेंजर ट्रेन का चालक विद्या सागर के इंजन में ही फंसे रहने के बाद  जानकारी मिली है उसकी मौत हो गई है वहीं असिस्टेंट महिला लोको पायलट रश्मि को गंभीर हालत में अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हादसे में कई यात्रियों के घायल होने और कुछ के मौत की आशंका जताई जा रही है। राहत और बचाव कार्य के लिए रेलवे और स्थानीय प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

रेलवे ने जांच के आदेश दे दिए हैं और दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है। जांच की जिम्मेदारी रेलवे सुरक्षा आयुक्त को सौंपी गई है।  फिलहाल हादसे के बाद मुंबई हावड़ा रेल मार्ग पर रेल यातायात बाधित हो गया है, जिसे जल्द बहाल करने के प्रयास जारी हैं।

जानकारी के मुताबिक कोरबा से बिलासपुर आ रही मेमू लोकल ट्रेन ने खड़ी मालगाड़ी को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज़ थी कि मेमू ट्रेन का इंजन और उसके अगले डिब्बे मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गए। लोकल मेमू का चालक तो इंजन में ही फंसा रह गया ।

सूत्रों के अनुसार, हादसे में कई यात्री घायल हुए हैं वहीं रात तक मिली जानकारी के मुताबिक  8 लोगों की मतों हो चुकी है । रेलवे और स्थानीय प्रशासन की टीमें तुरंत मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरु किया गया। घायलों को नजदीकी सिम्स ,रेल्वे और अपोलो अस्पताल भेजा गया है।

: बताया जा रहा है कि यह हादसा सिग्नल की गलती या संचार तंत्र में खराबी के कारण हुआ हो सकता है। रेलवे अधिकारियों ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।

: घटनास्थल पर अब भी बचाव दल मलबा हटाने और यात्रियों को सुरक्षित निकालने में जुटा है। हादसे का दृश्य बेहद भयावह बताया जा रहा है।

अलर्ट जारी , सभी ट्रेन रूट को तत्परता से डाइवर्ट किया गया

भीषण ट्रेन हादसे में 8लोगों की मौत की खबर है। मौके पर रेलवे के अधिकारी-कर्मचारी पहुंच चुके हैं। रेस्क्यू कार्य किया जा रहा है हालांकि ये हादसा कैसे हुआ अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। रेलवे के किसी भी अधिकारी ने अभी कोई स्पष्टीकरण जारी नहीं किया मौके पर लोगों की चीख चिल्लाहट और भीड़ लगी हुई है।दुर्घटना मंगलवार करीबन शाम 4 बजे की है। रेलवे अधिकारियों ने सभी संसाधन मौके पर भेज दिए हैं और घायलों के इलाज के लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं। इस हादसे पर रेलवे का आधिकारिक बयान सामने आया है। जिसमे सिर्फ रेस्क्यू कार्य पर ही जवाब आ रहा है। घटना के कारणों पर अभी कोई अधिकृत जानकारी नहीं दें रहे है मौत आंकड़े बढ़ सकते है. इस पुरे घटना पर सिग्नल फेलियर कि चर्चा सामने आरही है ।

रेस्क्यू अभियान जारी

घटना के बाद मौके पर अधिकारी पहुंच गए हैं। रेस्क्यू अभियान युद्ध स्तर पर जारी है। हादसे के तुरंत बाद मेडिकल यूनिट और डिविजनल अफसरों को मौके पर भेजा है। वर्तमान में इस रूट पर ट्रेनों के परिचालन को रोक दिया गया है। वहीं, कई पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनों को डायवर्ट किया गया है।:

रेलवे ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

इस हादसे के बाद रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। एक बयान में कहा गया कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा सूचित किया जाता है कि एक अप्रत्याशित स्थिति के मद्देनज़र यात्रियों एवं उनके परिजनों की सुविधा हेतु निम्न हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं।

आपातकालीन संपर्क:

बिलासपुर – 7777857335, 7869953330

चांपा – 8085956528

रायगढ़ – 9752485600

पेंड्रा रोड – 8294730162

कोरबा – 7869953330

यात्री एवं उनके परिजन इन नंबरों पर संपर्क कर आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। रेल प्रशासन पूरी तत्परता से सहायता एवं समन्वय सुनिश्चित कर रहा है।

रेलवे का बयान

रेलवे ने इस हादसे पर बयान जारी किया है। बयान में कहा गया कि बिलासपुर स्टेशन के पास लगभग 16:00 बजे मेमू ट्रेन का डिब्बा मालगाड़ी से टकरा गया। रेलवे ने घायलों के इलाज के लिए सभी संसाधन उपलब्ध करा दिए हैं और सभी आवश्यक उपाय सुनिश्चित किए जा रहे हैं.।

हादसे की जानकारी मिलते ही मौके पर आई जी, कलेक्टर , एस पी ,रेलवे की टीम और स्थानीय पुलिस पहुंची है। घायलों का रेस्क्यू किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, कोरबा पैसेंजर ट्रेने आज यात्रियों को लेकर निकली थी। इसी दौरान  सामने से आ रही माल गाड़ी से भीषण टक्कर हो गई। हादसा इतना भयावह था कि पैसेंजर ट्रेन के तीन डिब्बे पटरी से नीचे उतर गये। यात्रियों से भरी पैसेंजर ट्रेन के डिब्बे इस हादसे में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये।.

बताया जा रहा है कि टक्कर के बाद ओवरहेड वायरिंग और सिग्नलिंग सिस्टम को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे बहाली में समय लग सकता है। तकनीकी टीमें मरम्मत और ट्रैक क्लियरेंस का काम कर रही हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने वैकल्पिक परिवहन व्यवस्था शुरू की है।

वहीं अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि टक्कर कैसे हुई। रेलवे ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रारंभिक संभावना है कि सिग्नलिंग सिस्टम की गड़बड़ी या मानवीय त्रुटि के कारण यह हादसा हुआ हो सकता है।

मुख्यमंत्री ने जताया शोक

 दर्दनाक ट्रेन दुर्घटना पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह समाचार अत्यंत दु:खद और हृदयविदारक है। मुख्यमंत्री ने हादसे की जानकारी मिलते ही बिलासपुर जिला कलेक्टर से विस्तृत रिपोर्ट ली और सभी प्रभावितों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस कठिन समय में पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि दुर्घटना स्थल पर राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। रेलवे प्रशासन, स्थानीय पुलिस, एनडीआरएफ की टीम और जिला प्रशासन पूरी तत्परता के साथ मौके पर जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि घायलों के इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही न हो तथा सभी आवश्यक चिकित्सा संसाधन और दवाइयाँ तुरंत उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता फिलहाल राहत और बचाव कार्य है। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। गंभीर रूप से घायल यात्रियों के बेहतर उपचार के लिए आवश्यक होने पर उन्हें रायपुर और अन्य बड़े चिकित्सा केंद्रों में रेफर करने की व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हादसे की पूरी जांच की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने रेल प्रशासन से भी आग्रह किया है कि दुर्घटना के कारणों की विस्तृत जांच की जाए और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबुत किया जाए। राज्य सरकार ने बिलासपुर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को मौके पर बने रहने और राहत कार्यों की निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में राज्य सरकार हर संभव सहायता उपलब्ध कराएगी। बिलासपुर के पास हुई इस दुर्घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। प्रशासनिक और स्वास्थ्य अमला पूरी तत्परता से राहत कार्य में लगा हुआ है, जबकि मुख्यमंत्री स्वयं स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।

निर्मल माणिक/ प्रधान संपादक मोबाइल:- / अशरफी लाल सोनी 9827167176

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