बिलासपुर । प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर बिलासपुर में कांग्रेस द्वारा रायपुर मार्ग में कल 22 जुलाई को पेंड्रीडीह बाईपास में आर्थिक नाकाबंदी किया जाएगा पीसीसी के निर्देश पर बिलासपुर के प्रभारी और कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने आज कांग्रेस भवन में जिला कांग्रेस के प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक ली ।बैठक में 22 जुलाई को छत्तीसगढ़ में आर्थिक नाके बन्दी को लेकर चर्चा की गई ।
बिलासपुर प्रभारी और कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें अडानी को आर्थिक लाभ पहुंचाने के लिए पूरी ताकत को झोंक दिए है, छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनने के ही रात से हँसदेव अरण्य को काटना शुरू हो गया था, अब तमनार के जंगल को काटा जा रहा है जिसके वहां के स्थानीय जनता कर रही है,उन्हें जेल बन्द किया जा रहा है, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जब तमनार गए और विधानसभा में प्रश्न लगाया तो उनके पुत्र को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया ,इससे साफ है कि भाजपा पूरे छत्तीसगढ़ को अडानी को देने का मन बना लिया है, अटल ने कहा कि बस्तर प्राकृतिक संसाधन में परिपूर्ण है जहां दुर्लभ किस्म के खनिज संपदा है जैसे लिथियम ,यूरेनियम, लौह अयस्क,टीन, कोरण्डम ,लाल चंदन के पेड़ ,इन सभी पर अडानी की नजर लगी हुई है और भाजपा की सरकार उसके ही इशारे पर छत्तीसगढ़ को उसके अनुरुओ मौहाल बनाया जा रहा है, बस्तर में विरोध न हो सोच कर कवासी लखमा को बंद कर दिया गया है, कल के आर्थिक नाकेबंदी को सफल बनाने के लिए जिला कांग्रेस कमेटी ने कमर कस ली है ,जिसमे कांग्रेस के सभी संगठन के पदाधिकारी,कार्यकर्ता मुस्तैदी के साथ सफल बनाएंगे।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि 22 जुलाई को पेन्डरीडीह बाईपास के आगे अशोक लीलैंड शोरूम के सामने कल आर्थिक नाकेबंदी की जाएगी ,सुबह 11.00 बजे सभी कांग्रेसजन कांग्रेस भवन में इकट्ठा होंगे पश्चात काफिले के रूप में कांग्रेसजन धरना स्थल पर जाएंगे और आर्थिक नाका बन्दी करेंगे। अध्यक्ष द्वय ने कहा कि भाजपा सरकार प्रजातन्त्र की गला घोंट रही है, विपक्ष के नेताओ को षड्यंत्र पूर्वक फंसाना ,उन्हें बदनाम और अपना स्वार्थ सिद्ध करना भाजपा की चरित्र बन गई है ,इसके पूर्व हेमन्त विश्व शरमा, अजित पवार,नारायण राणे, जैसे लोग आज भाजपा के साथ है क्योंकि ये नेता ईडी और सीबीआई के दबाव से टूट गए ,आज इनके केस या तो वापस हो गए या पेंडिंग कर दिया गया है, ये सब के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असफलता को छिपाना और अडानी को आर्थिक लाभ देना है, अब समय आ गया है कि देश और राज्य के हितों के साथ समझौता नही किया जाएगा इसलिए कांग्रेस आंदोलन का रास्ता अपनाया है और कल 22 जुलाई को आर्थिक नाके बन्दी कर इसका विरोध किया जाएगा।

