
निर्दोष पर्यटकों पर किए गए कायराना और अमानवीय हमले का मुंहतोड़ जवाब देने की मांग
पाकिस्तान की सीमा में घुसकर सभी आतंकवादी कैंप और आतंकवाद की फैक्ट्री नष्ट करे भारत सरकार
बिलासपुर 23 अप्रैल कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में निर्दोष पर्यटकों के मारे जाने वाली घटना का आक्रोश पूरे देश के साथ बिलासपुर में भी दिखाई दिया। बिलासपुर में नागरिकों और युवाओं ने इसके विरोध में आतंकवादी संगठन टी आर एफ जिसने इस घटना की जिम्मेदारी ली है और आतंकवादी संगठनों को पूरी मदद पहुंचाने वाले पाकिस्तान का झंडा जलाया गया।
पहलगाम की घटना का विरोध करते हुए नागरिकों और युवाओं ने एक राय होकर कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद की फैक्ट्री है और वह चुकी तीन बार भारत से युद्ध में हार चुका है अतः आमने-सामने की लड़ाई लड़ने की हिम्मत उसमें नहीं है इसलिए यह की छद्म युद्ध आतंकवादियों के माध्यम से वह भारत के खिलाफ लगातार जारी रखे हुए हैं। बिलासपुर के नागरिक और युवाओं ने कहा कि निर्दोष पर्यटकों को नाम पूछ कर जाति धर्म के आधार पर अलग कर गोली मारना किसी भी हालत में क्षम्य नहीं कहा जा सकता।
1990 के दौर में जब कश्मीर में आतंकवाद अधिक जोरों पर था उस समय भी पर्यटकों के साथ ऐसी घटना नहीं हुई है। आज जब कश्मीर की पूरी अर्थव्यवस्था पर्यटन उद्योग पर टिकी है ऐसे समय पर पर्यटकों के साथ की गई यह घटना कश्मीर के आम नागरिकों के साथ भी बहुत बड़ी गद्दारी है क्योंकि इससे उनके रोजी-रोटी का संकट आ जाएगा।
बिलासपुर के नागरिकों और युवाओं ने भारत सरकार से मांग की है कि पाकिस्तान के आतंकवाद फैक्ट्री को पूरी तरह नेस्तनाबूद किया जाना आवश्यक है और इसके लिए अगर जरूरत हो तो सीमा पार करके भी हमला किया जाना चाहिए। दुनिया के किसी भी देश में उनके नागरिकों के मारे जाने पर उनकी सरकारें पूरी ताकत से बदला लेती है यही काम भारत सरकार को किए जाने की जरूरत है।
आज बिलासपुर में हुए इस विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से महेश दुबे टाटा बद्री यादव राघवेंद्र सिंह राकेश शर्मा समीर अहमद बबला अनिल गुलहरे चित्रकांत श्रीवास यतीश गोयल और सुदीप श्रीवास्तव शामिल थे।


