प्रशासन का इंकार तो क्या ग्रामीणों की मौत शराब से नहीं हुई?

: बिलासपुर।  कोनी थाना क्षेत्र के ग्राम लोफंदी में कथित जहरीली महुआ शराब का सेवन करने से 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि 4 अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है। गंभीर मरीजों को उपचार के लिए सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है हालांकि प्रशासन यह मानने को तैयार नहीं है कि ग्रामीणों की मौत कच्ची शराब के पीने से हुई है और दो की मौत हार्ट अटैक तथा सर्प दंश से होना बताया गया है । मृतकों में दो भाई ऐसे है जो गांव में अवैध और कच्ची शराब666तक लाकर बिक्री किए थे । पूरा प्रशासन गांव में और सिम्स में डटा हुआ है।

घटना ने पूरे क्षेत्र को शोक और गुस्से की लहर में डुबो दिया है। तीन दिनों से ग्रामीण लगातार महुआ शराब का सेवन कर रहे थे, जिसके बाद यह हादसा हुआ। हालांकि, मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।
ग्रामीणों द्वारा महुआ शराब का सेवन किए जाने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस को शराब निर्माण और बिक्री में किसी बड़े गिरोह की भूमिका का शक है। इस बीच, प्रशासन ने अवैध शराब निर्माण के अड्डों पर कार्रवाई तेज कर दी है।
इस दर्दनाक घटना ने क्षेत्र के लोगों को झकझोर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को अवैध शराब पर लगाम लगाने के लिए पहले से सख्त कदम उठाने चाहिए थे। स्थानीय निवासियों ने सरकार से मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।मृतकों में कन्हैया पटेल, कोमल लहरे , शत्रुघ्न देवांगन , दल्लू पटेल, बलदेव पटेल , कोमल देवांगन , रामू सुनहले शामिल हैं।
CGN 36 ने प्रभावित ग्राम का दौरा कर ग्रामीणों से घटना के बारे में विस्तार से बात की तो जैसा ग्रामीणों ने बताया गांव में घुटकू और गनियारी से लंबे अरसे से महुआ शराब की आपूर्ति की जा रही है जो परिवार पालीथीन के पैकेट में शराब की बिक्री करता रहा है उसमें भी दो भाइयों की इस जानलेवा शराब के सेवन से मौत हो गई है । शराब सेवन से एक एक कर हुई मौत को ग्रामीण समझ नहीं पाए । गुरुवार से यह घटना क्रम शुरू हुआ लेकिन शुक्रवार को चूंकि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का बिलासपुर में रोड शो आयोजित हुआ इसलिए पूरा प्रशासन रोड शो और आमसभा में व्यस्त होकर रह गया । आज सुबह एक साथ 12 ग्रामीणों की मौत होने और 20 ग्रामीणों के प्रभावित होने की खबर फैली तो पूरा प्रशासन भागा भागा गांव पहुंचा,स्वास्थ्य अमले की टीम और वाहन आनन फानन में गांव पहुंचकर लोगों ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण करना शुरू किया तो उसमें भी दो लोगों का शराब सेवन से तबियत बिगड़ना पाया गया तो उन्हें गांव के ही अस्पताल में भर्ती कर ड्रिप चढ़ाया गया । डाक्टरों ने कहा स्थिति गंभीर होती है तो उन्हें एम्बुलेंस से सिम्स भेजा जाएगा लेकिन दोपहर तक वहां एम्बुलेंस नहीं आई थी । दोपहर तीन बजे के बाद एक एम्बुलेंस वहां जरूर पहुंची।
इधर पुलिस गांव में सुबह पहुंची और धड़ाधड़ घरों में तलाशी अभियान चलाया । पुलिस और प्रशासन से ग्रामीण कुछ भी बताने से डर रहे है ।
गांव में घटना के बाद पुलिस अधीक्षक ,जिला पंचायत सी ई ओ और एस डी एम समेत प्रशासन का अमला पहुंच गया था ।
जिला पंचायत सी ई ओ संदीप अग्रवाल ने घटना के बारे में कहा कि मृतकों के शव पोस्ट मार्टम के लिए भेजा गया है और पी एम रिपोर्ट आने के पहले मौतों के बारे में और मौत के कारणों पर फिलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता ।उन्होंने कहा ग्रामीणों की मौत एक ही दिन में नहीं हुई है । यह घटना क्रम 4 दिनों का है । हमने तो एक ग्रामीण के शव को अंतिम संस्कार करने से रोककर पोस्ट मार्टम के लिए भिजवाया है । तीन दिन में सात लोगों की मौत की पुष्टि करते हुए जिला पंचायत सी ई ओ ने कहा कि दो लोगों की मौत तो हार्ट अटैक और सर्प दंश से हुई है । ऐसे में कैसे कहा जा सकता है कि ये मौतें शराब के सेवन से ही हुई है। उन्होंने ग्रामीणों द्वारा मृतकों के परिजनों को मुआवजा और आर्थिक सहायता की मांग पर कहा कि पहले यह तो स्पष्ट हो जाए कि किन कारणों से ग्रामीणों की मौत हुई है ? प्रशासन इसकी जांच कर रहा है ।

पुलिस पर भी लगे आरोप

एक तरफ पुलिस अधीक्षक द्वारा शराब और अन्य नशीली वस्तुओं की बिक्री ,तस्करी आदि को रोकने के लिए पूरे जिले में “प्रहार” कार्यक्रम चला कर बड़ी संख्या में कार्रवाई की जा रही है और इस अभियान में अच्छी सफलता भी मिल रही तो दूसरी ओर प्रभावित ग्राम के ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि कोनी पुलिस अक्सर गांव में आकर अवैध शराब बेचने वाले से मिलती है और बिना कुछ कार्रवाई किए चली जाती है इसका मतलब यही है कि पुलिस के संरक्षण में अवैध शराब की बिक्री गांव में होती है ।

गांव के 30 से अधिक लोग बीमार है। इसमें से 4 की हालत गंभी है। सभी का इलाज सिम्स में जारी है। मिली जानकारी के अनुसार ग्राम लोफन्दी में बुधवार को पहले एक की मौत हुई फिर दो लोगों की जान गई। बिमारी समझकर इन सभी का अंतिम संस्कार करवाया गया। इसके बाद शुक्रवार की रात एक साथ चार लोगों की मौत हो गई। इसी दौरान कई दिनों से महुआ शराब पीने की बात सामने आई। मरने वाले सभी एक ही गांव के थे।बताया जा रहा है कि जहरीली शराब पीने से जान गंवाने वालों में सरपंच रामाधार सुनहले का भाई रामू सुनहले भी शामिल है। स्थानीय निवासी जैजै राम पटेल ने बताया कि मृतकों में कन्हैया पटेल, कोमल लहरे, शत्रुघ्न देवांगन, डल्लू पटेल, बलदेव पटेल और कोमल देवांगन शामिल हैं। पुलिस मौके पर मौजूद है और मामले की जांच कर रही है।

घटनास्थल पर पुलिस की टीम पहुंच चुकी है लेकिन मामले को लेकर कुछ भी कहने से बच रही है। फिलहाल शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है।

*कांग्रेस ने किया जांच टीम का गठन*

ग्राम लोखंडी में संदेहास्पद स्थिति में आधा दर्जन से अधिक मौत का मामला अब राजनीतिक रूप लेता जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रमुख दीपक बैज ने मामले को गंभीरता से लेते हुए छह सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है। कमेटी का प्रमुख मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया को बनाया गया है। पीएससी ने आदेश दिया है कि क्षेत्र का दौरा कर छानबीन के बाद रिपोर्ट पेश करें। प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष दीपक बैज ने पार्टी के 6 वरिष्ठ सदस्यों की टीम बनाकर जांच का आदेश दिया है। कमेटी का प्रमुख मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया को बनाया है। आदेश में कहा गया है कि मरने वालों ने शराब का सेवन किया था।मौके पर पहुंच स्थानीय लोगों से पूछताछ के बाद रिपोर्ट तैयार कर तत्काल भेजें। पीसीसी प्रमुख दीपक बैज ने टीम में मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव, जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केसरवानी और बिल्हा पूर्व विधायक सियाराम कौशिक पूर्व संसदीय सचिव रश्मि सिंह और राजेंद्र साहू को टीम में शामिल किया है।

::जिला प्रशासन का कहना है त्वरित संज्ञान में लिया गया

ग्राम लोफंदी, थाना कोनी तहसील बिलासपुर में 7 से 8 व्यक्तियों की मृत्यु होने की प्राथमिक सूचना प्राप्त हुई, जिस पर जिला प्रशासन ने त्वरित संज्ञान लिया ।

घटना की जांच हेतु प्रशासन एवं पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। टीम में पुलिस अधीक्षक, सीईओ जिला पंचायत, नगर निगम आयुक्त, एसडीएम एवं स्वास्थ विभाग की टीम शामिल थी। मौके पर उपस्थित ग्रामीणों से प्रारंभिक पूछताछ एवं जांच-पड़ताल के आधार पर यह तथ्य प्रकाश में आया कि ग्राम लोफंदी के रहवासी श्री श्रवण देवांगन के घर पर वैवाहिक कार्यक्रम 3 फरवरी से 6 फरवरी के बीच आयोजित हुआ, जिसमें ग्राम के ग्रामीणों को सामूहिक भोज में आमंत्रित किया गया था। ग्रामीणों से पूछताछ में यह भी पता चला कि पिछले 4-5 दिवसों में गांव के कुछ ग्रामीणों की मृत्यु हुई है, एवं कुछ व्यक्ति इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती हैं। उक्त संबंध में ग्रामीणों से विस्तार से पूछे जाने पर उनके द्वारा यह बताया गया कि कुछ ग्रामीणों द्वारा 6 फरवरी को नदी से मछली पकड़कर नदी के किनारे मछली पकाकर सेवन किया गया था। मृतक ग्रामीणों के मृत्यु पूर्व लक्षण पूछे जाने पर ग्रामीणों द्वारा पेट दर्द, उल्टी, चक्कर आना, सुस्ती इत्यादि बताया गया। ग्रामीणों के द्वारा यह भी बताया गया कि मृतक ग्रामीणों में से एक ग्रामीण की मृत्यु सर्पदंश से हुई हैै। मृतकों में से कुछ ग्रामीणों का पहले से बीमार होना भी बताया गया। जांच-पड़ताल में जिला प्रशासन की टीम द्वारा यह पाया गया कि,

5 फरवरी 2025 को देवप्रसाद पटेल एवं शत्रुहन देवांगन की मृत्यु हुई थी। मृतक देवप्रसाद पटेल की मृत्यु का मर्ग क्रमांक 07/2025 कोनी थाने में कायम किया गया था जिसके पंचनामा एवं पुत्र के कथन में मृत्यु का कारण सर्पदंश अंकित है।

7 एवं 8 फरवरी 2025 को 5 व्यक्तियों की मृत्यु हुई, जिनके नाम रामूराम सुनहले, कोमल लहरे, कन्हैया पटेल,बलदेव पटेल एवं कुन्नू देवांगन है। बलदेव पटेल की मृत्यु श्रीराम केयर हास्पिटल में हुई एवं उनकी मृत्यु प्रमाण पत्र में मृत्यु का कारण कार्डियो एवं रेस्पिरेटरी अरेस्ट उल्लेखित है।

यह तथ्य प्रकाश में आया कि दिनांक 8 फरवरी तक ग्राम लोफंदी में एक मृतक को छोड़कर बाकी मृतकों का अंतिम संस्कार ग्रामीणों द्वारा स्वयं करा दिया गया था, जिसकी सूचना प्रशासन व अन्य किसी विभाग को भी नहीं दी गई। मौके पर जिला प्रशासन की टीम ने मृतक रामूराम सुनहले पिता बबईराम का शव बरामद किया एवं पोस्ट मार्टम के लिए तत्काल सिम्स भेजा। सिम्स से प्राप्त पीएम रिपोर्ट में ’मृत्यु का कोई विशेष कारण अभी नहीं बताया जा सकता है, बिसरा, हिस्टो पैथोलॉजी एवं ब्लड एनालिसिस रिपोर्ट के बाद ही मृत्यु के कारण का निष्कर्ष निकाला जा सकेगा।’ (No specific cause of death could be ascertained as of now. Confirmation of cause of death remains pending till Viscera, Histopathology report and Blood analysis report.’)अंकित है।

मृतक ग्रामीणों का व्यौरा निम्नानुसार है-
1. कन्हैयालाल पटेल पिता चैतराम पटेल उम्र 60 वर्ष
2. शत्रुहन देवांगन पिता महेत्तर देवांगन उम्र 40 वर्ष
3. बलदेव पटेल पिता छेदीलाल पटेल उम्र 52 वर्ष
4. कोमल प्रसाद लहरे पिता गया राम लहरे उम्र 56 वर्ष।
5. रामूराम सुनहले पिता बबईस सुनहले उम्र 59 वर्ष।
6. कुन्नू देवांगन (नान्हु) पिता बाबा देवांगन उम्र 35 वर्ष।
7. देव कुमार पटेल पिता चैतराम पटेल उम्र 45 वर्ष।

वर्तमान में पूरे ग्राम में स्वास्थ्य विभाग, खाद्य सुरक्षा विभाग, मितानिनों एवं नगर निगम की एमएमयू यूनिट द्वारा विशेष स्वास्थ्य कैम्प लगाया गया है। जिसमें उनके द्वारा डोर टू डोर सघन अभियान चलाकर जांच की जा रही है।

निर्मल माणिक/ प्रधान संपादक ,मोबाइल:- 9827167176

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