बिलासपुर एयरपोर्ट पर एक नई टर्मिनल बिल्डिंग मंजूर करने की तुरंत आवश्यकता
बिलासपुर 24 जुलाई हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने बिलासा देवी केवट एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिंग सुविधा देने के लिए आवश्यक मशीन डी वी ओ आर लगाने में हो रही देरी का मुद्दा एक बार फिर उठाया है। समिति ने कहा कि 6 महीना भी जाने के बाद भी अब तक केवल मशीन का ढांचा स्थापित हुआ है और पूरी मशीन आदि स्थापित नहीं हो पाई है। समिति के अनुसार अगर मानसून के पहले यह स्थापना हो जाती तो इस मानसून में रोशनी कम होने के कारण फ्लाइट कैंसिल होने की संभावना बिलासपुर एयरपोर्ट पर समाप्त हो जाती परंतु ऐसा नहीं हुआ है और अभी भी करीब तीन-चार माह का समय लगने की संभावना है।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने बिलासपुर एयरपोर्ट पर अन्य बुनियादी सुविधाओं में कमी के मुद्दे को पुनः उठाते हुए कहा कि यहां अतिशीघ्र एक नई टर्मिनल बिल्डिंग के मंजूरी होनी चाहिए। वर्तमान टर्मिनल वस्तुतः अंग्रेजों की जमाने की बिल्डिंग है और उसका दो बार विस्तार हो चुका है परंतु अभी भी वह एक साथ दो विमान के यात्रियों को हैंडल करने के लिए पर्याप्त नहीं है। समिति ने मांग की के 2019-20 में मंजूर 6 करोड़ 70 लाख की टर्मिनल बिल्डिंग का कार्य तुरंत शुरू कराया जाए। गौर तलब है कि इस मंजूर बिल्डिंग का कार्य 70 करोड़ की लागत में और बड़ी बिल्डिंग बनाने के प्रस्ताव के आने के रोक दिया गया था परंतु ना तो 6 करोड़ 70 लाख की टर्मिनल बिल्डिंग बनकर तैयार हुई और ना ही 70 करोड़ की टर्मिनल बिल्डिंग का कोई काम शुरू हुआ।

