
जिस घर को तोड़ने निगम का जेसीबी चल रहा था उसी वक्त कैंसर पीड़ित बच्चे ने अंतिम सांस ली
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने मामले की जांच,दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई तथा पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद का वादा किया
बिलासपुर। एक तरफ विष्णुदेव साय सरकार का सुशासन तिहार सायं सायं चल रहा है और 99 फीसदी आवेदन निराकृत? भी किया जा रहा है तो दूसरी तरफ नगरीय निकाय क्षेत्र में स्थानीय प्रशासन का अमानवीय चेहरा भी सामने आ रहा है। इसे निगम के अतिक्रमण दस्ते का क्रूरता पूर्ण व्यवहार कहें या फिर दस्ते के लोगो की निष्ठुरता जिनकी कार्रवाई ने प्रश्न खड़े कर दिए है । कैंसर पीड़ित बच्चे की जान चली गई और निगम का यह दस्ता तोड़फोड़ में मशगूल था । बच्चे के माता पिता व मोहल्ले के लोग आक्रोशित होकर बच्चे का शव लेकर लेकर कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया ।
लिंगियाडीह में सड़क चौड़ीकरण के लिए चल रही अतिक्रमण हटाने की मुहिम ने एक मासूम की जान ले ली। कैंसर से पीड़ित 6 साल के बच्चे ने जीवन की अंतिम सांस तब ली जब उसके घर पर निगम का बुलडोजर चल रहा था। इस घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। शोक और आक्रोश से उबलते ग्रामीणों ने बच्चे का शव लेकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए और जमकर प्रदर्शन किया।लिंगियाडीह-चिंगराजपारा इलाके में नगर निगम ने पिछले दिनों अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की थी। इस कार्रवाई में एक ऐसे गरीब परिवार का घर ढहा दिया जिसका एक 6 वर्षीय बच्चा कैंसर से पीड़ित था। बच्चा जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा था और माता पिता उसे लेकर इलाज करने गए थे। घर में उनके दो अन्य बच्चे थे। इसी बीच नगर निगम का अतिक्रमण दस्ता पहुंचा और उनके घर को तोड़ दिया। इस दौरान घर में मौजूद दोनों बच्चे रोते और गिड़गिड़ाते रहे लेकिन उनके एक न सुनी गई। बच्चों ने बताया कि मां-पापा नहीं हैं, 6 साल के भाई को लेकर इलाज के लिए रायपुर गए हैं। लेकिन उनकी नहीं सुनी गई और बुलडोजर चला दिया गया। पीड़ित संतोष यादव और उनकी पत्नी श्रद्धा यादव का कहना है कि पहले निगम के अफसरों ने तोड़फोड़ के लिए केवल 1 कमरे को चिन्हित किया था लेकिन कार्रवाई के दौरान पूरे मकान को ढहा दिया। इस बीच आज कैंसर पीड़ित बच्चे की मौत हो गई। पहले से आक्रोशित लोगों को बच्चे की मौत ने और आंदोलित कर दिया और शव लेकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए। यहां पर जमकर प्रदर्शन किया और न्याय दिलाने की गुहार लगाने लगे। मोहल्लेवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि सड़क चौड़ीकरण जैसे प्रोजेक्ट्स को लागू करने से पहले गरीब और कमजोर वर्ग के लिए उचित पुनर्वास की व्यवस्था की जाए। प्रदर्शन के बाद कलेक्टर संजय अग्रवाल मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इस घटना की गहन जांच की जाएगी और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, उन्होंने प्रभावित परिवार को आर्थिक मदद और अन्य आवश्यक सहायता करने का वादा किया। संतोष यादव का यह भी आरोप है कि उन्हें रहने के लिए आवास दिया गया है, वह एकदम जर्जर है। वहां पानी तक की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में वे अपने परिवार को लेकर कहां जाएं। जबकि कैंसर पीड़ित बच्चे के दम तोड़ने से मोहल्ले के लोग आक्रोशित हैं और भेदभावपूर्ण कार्रवाई करने वाले दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
एक अहम प्रश्न यह भी
नगर निगम का अमला जिस तेजी के साथ 60 फीट चौड़ी सड़क और दोनों तरफ नालियां बनाने के लिए बेजा कब्जा तोड़ रहा है उससे लगता है मानसून आने के पहले ही निगम के अधिकारी सड़क व नाला निर्माण बनाकर दिखे देंगे।और यदि ऐसा नहीं है तो बेजा कब्जा तोड़ने में इतनी जल्दी और हड़बड़ी क्यों है? निगम के अधिकारियों को यह अच्छी मालूम है कि चौड़ी सड़क और नाले का निर्माण आने वाले4 माह के बाद भी शुरू नहीं होगा और पूरे बरसात भर उस क्षेत्र के लोगों को तकलीफ सहनी पड़ेगी इसके बाद भी हड़बड़ी दिखा रहे ।लगता है अधिकारी और निगम का अमला मेयर की नाराजगी का गुस्सा लिंगियाडीह के लोगो पर उतार रहे है। मेयर ने तो निगम अमले की घोर बेइज्जती कर दी है । लिंगियाडीह में हुई घटना के लिए दोषी अमले पर कार्रवाई के साथ ही वर्षों से मलाई खा रहे अमले को इधर उधर भी करना जरूरी है ।
इधर पूरे मामले में प्रशासन का कहना है कि
पूरा सहयोग और मानवीय पहलू को ध्यान में रखा गया था
बच्चा, गंभीर बीमारी के अंतिम स्टेज में था, चौड़ीकरण अभियान वजह नहीं है
बिलासपुर-लिंगियाडीह क्षेत्र में गंभीर बीमारी कैंसर से पीड़ित बच्चे की दुखःद मृत्यु हो गई। यहां स्पष्ट किया जाता है की बच्चे की मृत्यु से सड़क चौड़ीकरण अभियान का कोई संबंध नहीं है वरन उक्त परिवार को मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए पूर्ण सहयोग दिया गया था । नगर निगम द्वारा मानसी लॉज से शनिचरी रपटा तक सड़क चौड़ीकरण के लिए अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई 28 मई से शुरू की गई। कार्रवाई के पूर्व ही अधिकांश अतिक्रमणकारियों ने पूर्व में दिए गए नोटिस के आधार पर स्वयं से अपना अतिक्रमण हटाना आरंभ कर दिया था, शेष को निगम की टीम द्वारा हटाया जा रहा था। इसी क्रम में जब संतोष यादव नाम के व्यक्ति के कच्चे मकान में टीम पहुंची तो मालूम हुआ की उक्त व्यक्ति अपने बच्चे के इलाज के लिए विगत कई दिनों से परिवार समेत रायपुर में है, तब टीम द्वारा उक्त मकान में किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं गई। 28 मई की शाम को ही संतोष यादव के वापस बिलासपुर पहुंचने की सूचना मिली तब संपर्क करने पर संतोष यादव द्वारा बताया गया की मेरे बच्चा कैंसर बीमारी के अंतिम चरण में हैं रायपुर में डॉक्टरों ने आगे इलाज संभव नहीं है और इसे घर ले जाने को कह दिया है। तब संतोष यादव द्वारा कहा गया की सभी की तरह मैं भी अपना मकान खाली कर दूंगा, मुझे आपस में जगह दे दीजिए। चूंकि संतोष यादव का पूरा मकान लगभग अतिक्रमण क्षेत्र में था, इसलिए नगर निगम द्वारा पहले से ही भूकप वैधशाला स्थित अटल आवास के सेकेंड फ्लोर में मकान आबंटित किया गया था। पर जब बच्चे की बीमारी समेत अन्य समस्या की जानकारी होने पर नगर निगम प्रशासन द्वारा मानवीय पहलू को दृष्टिगत रखते हुए सेकेंड फ्लोर की जगह तत्काल ग्राउंड फ्लोर में आवास आबंटित कर दिया गया। अगले दिन 29 मई को जब निगम की टीम कार्रवाई के लिए पहुंची तब तक संतोष यादव द्वारा स्वयं से ही अपना आधा मकान हटा लिया गया था, जिसमें छप्पर, शेड और अन्य हिस्से को निकाल लिया गया था। जिसके बाद नगर निगम ने सहयोग करते हुए अपने वाहन और मानव संसाधन के ज़रिए संतोष यादव की सहमति से सामान शिफ्ट किया गया। और आज 30 मई को बच्चे की दुखःद मृत्यु हुई है।
विदित है की ट्रैफिक जाम और संकरी सड़क से निजात दिलाने नगर निगम द्वारा अपोलो अस्वाल मार्ग में मानसी लॉज से रपटा तक सड़क चौड़ीकरण की योजना है, जिसमें लोगों द्वारा सड़क की शासकीय जमीन में की गई अतिक्रमण सबसे बड़ी बाधा है, जिसे हटाने निगम द्वारा पूर्व में ही अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी कर स्वयं से हटाने कहा गया था।
निर्मल माणिक/ प्रधान संपादक मोबाइल:- / अशरफी लाल सोनी 9827167176
Fri May 30 , 2025
♦️ *कलेक्टर बिलासपुर एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर की मुख्य आतिथ्य में कार्यक्रम का हुआ सफल आयोजन।* ♦️ *बिलासपुर पुलिस एवं फ्यूजन स्केटिंग क्लब के संयुक्त प्रयास से विगत एक माह तक साइंस कॉलेज ग्राउण्ड सरकण्डा में किया गया कार्यक्रम का आयोजन।* ♦️ *कार्यक्रम में प्रतिभाशाली बच्चों […]