बिलासपुर । पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि यदि पार्टी हाईकमान ने प्रदेश संगठन की जिम्मेदारी दी तो उसका वे निर्वहन करेंगे। पूर्व विधायक शैलेश पाण्डेय के निवास में पहुंचे श्री सिंहदेव ने कहा कि स्थानीय चुनाव पर सरकार का प्रभाव रहता है लेकिन भाजपा सरकार को समझना होगा कि मुख्यमंत्री के विधानसभा में भी सत्ता पक्ष की हार हुई है। लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही प्रधानमंत्री हिन्दुत्व को मुद्दा बना लेते हैं। प्रधानमंत्री अप्रवासी भारतीयों के साथ अमानवीय व्यवहार के लिए जिम्मेदार हैं। उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।
इस दौरान सिंहदेव ने 13 महीने की साय सरकार को चार अंक दिया। उन्होने कहा कि मजबूरी है जीरो अंक दे नहीं सकता हू।

टीएस सिंहदेव ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा का चुनाव अलग होता है। स्थानीय चुनाव का मुद्दा अलग होता है। लोकल चुनाव पर सरकार का बड़ा प्रभाव होता है। यह सच है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को आकलन के विपरीत परिणाम मिले है। उम्मीद थी कि लोकसभा चुनाव में चार-पांच सीट मिलेगी। लेकिन दुर्भाग्य से एक ही सीट मिली। स्थानीय चुनाव में सरकार की भूमिका होती है।
श्री सिंहदेव ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा का चुनाव अलग होता है। स्थानीय चुनाव का मुद्दा अलग होता है। लोकल चुनाव पर सरकार का बड़ा प्रभाव होता है। यह सच है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को आकलन के विपरीत परिणाम मिले है। उम्मीद थी कि लोकसभा चुनाव में चार-पांच सीट मिलेगी। लेकिन दुर्भाग्य से एक ही सीट मिली।
निकाय चुनाव में टीएस सिंहदेव, भूपेश बघेल समेत बड़े नेताओं ने चुनाव प्रचार किया। बावजूद इसके करारी हार मिली । क्या इन नेताओं का प्रभाव घटता जा रहा है। पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में भी भाजपा की हार और कांग्रेस पार्टी को जीत मिली है। यह सही है कि भूपेश बघेल के विधानसभा क्षेत्र में तीन निकायों में हार मिली। सरगुजा में भी कांग्रेस की हार हुई है । लेकिन कुनकुरी में मुख्यमंत्री के क्षेत्र में भाजपा को हार मिली है। यह दरअसल सत्ता को हार मिली है।
प्रदेश संगठन में बदलाव के प्रश्न पर टी एस सिंहदेव ने बताया कि फिलहाल ऐसा कोई संकेत नहीं मिल रहा है। अंबिकापुर में चरणदास महंत ने कहा कि हम विधानसभा चुनाव टीएस सिंहदेव की अगुवाई में लड़ेंगे के सवाल पर सिंहदेव ने कहा कि दरअसल चरण दास महंत ने ऐसा कुछ नही कहा है उन्होने पत्रकारों को बताया कि टीएस सिंहदेव समेत पार्टी के बड़े नेताओं के साथ विधानसभा चुनाव लडेंगे। लेकिन मीडिया ने दूसरा ही रूप दे दिया कि टीएस सिंहदेव की अगुवाई में चुनाव लड़ेंगे। पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है डॉक्टर चरण दास महंत ने वही कहा जो कांग्रेस की रीति नीति है। हम सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे।
उन्होंने कहा हर बड़ा फैसला हाई कमान को करना होता है। हमारे कहने से कुछ नहीं होता । आज तक संगठन से जो भी जिम्मेदारी मिली है उसे निभाया है। निश्चित रूप से जिम्मेदारी मिलेगी तो अपनी भूमिका का निर्वहन करूंगा।
