बिलासपुर। “बन गया मन,जीत गया कमल” भाजपा के इस स्लोगन को बिलासपुर के मतदाताओं ने सच कर दिखाया । भाजपा ने बिलासपुर नगर निगम के मेयर चुनाव में न केवल रिकॉर्ड दर्ज की बल्कि सर्वाधिक 49 पार्षद निर्वाचित होकर सम्मानजनक बहुमत के साथ नगर निगम में कब्जा कर लिया ।
प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा के पक्ष में जो आंधी चली उसमें बिलासपुर भी अछूता नहीं रहा । यहां भाजपा की मेयर प्रत्याशी पूजा विधानी ने रिकॉर्ड 66 हजार वोटो से कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद नायक को हराया । बिलासपुर नगर निगम में मेयर के जीत का यह अब तक का सर्वाधिक वोटो से जीत का अंतर है। भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ कांग्रेस का कोई भी दांव काम नहीं आया । यह तो गनीमत है कि मतदान में कुल महिला वोटरों में आधा ने वोट डाले अगर मतदान का प्रतिशत ज्यादा रहता तो भाजपा प्रत्याशी एक लाख से ज्यादा वोटो से चुनाव जीतती। पूर्व मंत्री और बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल ने चुनाव प्रचार के शुरुवाती दौर में ही यह दावा कर दिया था कि भाजपा की मेयर प्रत्याशी अब तक के सारे मेयर का रिकॉर्ड तोड़ेगी और रिकॉर्ड मतों से जीतेगी । इतना ही नहीं भाजपा के सर्वाधिक पार्षद चुनाव जीत कर आयेंगे । श्री अग्रवाल ने यह भी कहा था कि आज आप पूजा विधानी को मेयर प्रत्याशी कह सकते है लेकिन 15 फरवरी से प्रत्याशी शब्द हट जाएगा । श्री अग्र
वाल के बेहतर चुनावी प्रबंधन ने बिलासपुर मेयर के चुनाव को भाजपा के पक्ष में एक तरफ़ा कर दिया ।
कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार ने एक नगर पालिका दो नगर पंचायत समेत डेढ़ दर्जन गांवों को बिलासपुर नगर निगम में शामिल करके कांग्रेस के पैर में कुल्हाड़ी मार लिया है। इन डेढ़ दर्जन क्षेत्रों में भाजपा को सर्वाधिक वोट मिले है। आपसी और गुटीय विवाद में उलझी कांग्रेस के नेताओं को जनता के रुख का पता ही नहीं चल पाया ।
भाजपा की मेयर प्रत्याशी पूजा विधानी कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद नायक से मतगणना की शुरुवाती दौर से आगे चल रही थी । कांग्रेस प्रत्याशी उसके मुकाबले में फिसड्डी साबित हुए । जिस तरह पूरे प्रदेश से मेयर चुनाव में कांग्रेस का सुपड़ा साफ हो गया,बिलासपुर में भी वोटरों ने कोई कसर नहीं छोड़ा । भाजपा के पक्ष में लहर चल रही थी इस बात का अनुमान कांग्रेस के नेता कतई नहीं लगा पाए। और तो और पार्षद प्रत्याशी के नाम पर कांग्रेसी लड़ते रहे नतीजन कांग्रेस के सिर्फ 18 पार्षद ही जीत कर आ पाए वह भी अपनी पहचान और प्रतिष्ठा की बदौलत जीत सके । मेयर की दावेदारी कर रहे भाजपा के आधा दर्जन नेताओं में कई पार्षद चुनकर आए है । एक दावेदार दुर्गा सोनी मेयर तो नहीं बन पाए पार्षद का भी चुनाव हार गए है।
तखतपुर में कांग्रेस,बोदरी में आप और कोटा,मल्हार,बिल्हा,रतनपुर में भाजपा जीती
नगरीय निकाय चुनाव में पूरे प्रदेश में भाजपा का डंका बजा लेकिन बिलासपुर जिले के तखतपुर में कांग्रेस का और बोदरी में आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष प्रत्याशी की जीत हुई है ।भाजपा को जिले कोटा,मल्हार ,बिल्हा और रतनपुर नगरीय निकायों में जीत मिली ।
तखतपुर नगर पालिका में अध्यक्ष पद पर श्रीमती पूजा मक्कड़ विजयी हुई उन्हें 8289 वोट मिले जबकि पराजित भाजपा प्रत्याशी वंदना बाला सिंह को 5983 वोट मिले ।
बोदरी नगर पंचायत में प्रत्याशी नहीं बनाए जाने पर कांग्रेस से बगावत कर आम आदमी की टिकट पर अध्यक्ष के लिए चुनाव लड़ी नीलम विजय वर्मा भा ने जीत दर्ज की ।दूसरे नंबर पर भाजपा की देवकुमारी पांडेय रही ।इन्हें4599 वोट मिले । तीसरे नबर पर कांग्रेस की विमला साहू रही इन्हें2451 वोट प्राप्त हुए।
कोटा नगर पालिका में भाजपा के सरोज दुर्गेश साहू ने चुनाव जीता । इन्हें6986 वोट मिले जबकि कांग्रेस के मीनू प्रकाश जायसवाल को 3620 वोट प्राप्त हुए।
मल्हार नगर पंचायत के अध्यक्ष पद पर 1899 वोट पाकर धनेश्वरी कैवर्तय विजयी रही ।कांग्रेस की प्रभा निलेश को 1456 वोट मिले। इसी तरह रतनपुर नगर पंचायत में भाजपा के लवकुश कश्यप ने अध्यक्ष का चुनाव जीता उन्हें 4291 वोट मिले वहीं दो निर्दलीय प्रत्याशी कन्हैया यादव 3179 और रमेश सूर्या को 2985 वोट मिले । रमेश सूर्या ने कांग्रेस की टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ा । यहां से कांग्रेस प्रत्याशी शीतल जायसवाल को 2304 वोट मिले।
इसी तरह बिल्हा नगर पंचायत के अध्यक्ष पद पर भाजपा की वंदना की जीत हुई इन्हें 3663 वोट मिले। कांग्रेस के घनश्याम डहरिया को 3199 वोट प्राप्त हुए ।
बिलासपुर नगर निगम के 70 जीते पार्षद

