सरकार के खिलाफ कांग्रेस का अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन,पुलिस ने प्रदर्शन का पर पानी की बौछार की लेकिन कांग्रेसी डटे रहे,बेरिकेड तोड़ डाले ,हजारों की संख्या में पहुंचे कांग्रेसी

 

बिलासपुर। राज्य में भाजपा की सरकार काबिज होने दो साल बाद कांग्रेस ने भाजपा सरकार के खिलाफ पहली बार उग्र प्रदर्शन किया । हजारों लोगों की उग्र भीड़ देख पुलिस ने मोर्चा संभाला और वाटर कैनन का उपयोग किया लेकिन पानी की तेज बौछार भी आक्रोशित कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नहीं डिगा पाई। कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झुमाझटकी भी हुई । प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट का घेराव करने आमादा थे और उन्होंने सुरक्षा के लिए तथा भीड़ को रोकने लगाए गए टीन के कई शेड को तोड़ डाला ।

राज्य सरकार के खिलाफ हल्ला बोल और कलेक्ट्रेट का घेराव करने कांग्रेस भवन से निकले कार्यकर्ताओं को रोकने पुलिस ने पहले से ही व्यापक तैयारी कर रखी थी लेकिन उत्तेजित भीड़ के सामने पुलिस की तैयारी फीकी पड़ गई। कांग्रेस नेताओं ने पहले नेहरू चौक में राज्य की भाजपा सरकार को जमकर कोसा और सरकार को पूरी तरह फेलवर तथा जनविरोधी बताया उसके बाद कलेक्ट्रेट का घेराव करने कूच किए । प्रदर्शन में पूरे जिले से कांग्रेसी बड़ी संख्या में पहुंचे थे ।

कलेक्टर कार्यालय घेराव के दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जोरदार झड़प शुरू हो गई। सड़कों की बदहाली, बिजली बिलों में कथित लूट, धान खरीदी में अव्यवस्था और जमीन रजिस्ट्री में बेतहाशा वृद्धि के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता कलेक्टरेट पहुंचे थे। नेहरू चौक से शुरू हुआ ये विरोध प्रदर्शन कलेक्टर परिसर के बाहर तनावपूर्ण माहौल में बदल गया।

कांग्रेस का प्रभावी हल्ला बोल प्रदर्शन

कलेक्टर कार्यालय घेराव के घेराव के दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जोरदार झड़प हो गई ।सड़कों की बदहाली, बिजली बिलों में कथित लूट, धान खरीदी में अव्यवस्था और रजिस्ट्री रोकने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता कलेक्टरेट पहुंचे थे। नेहरू चौक से शुरू हुआ ये विरोध प्रदर्शन कलेक्टर परिसर के बाहर तनावपूर्ण माहौल में बदल गया। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने वज्र वाहन का इस्तेमाल किया। प्रदर्शन कारियों पर पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया गया फिर भी भीड़ टस से मस नहीं हुई ।

पुलिस ने बैरिकेटिंग कर रोकने की कोशिश

प्रदर्शन की शुरुआत होते ही पुलिस ने कलेक्टर ऑफिस के बाहर बैरिकेटिंग लगाकर प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोका लेकिन बैरिकेटिंग के बावजूद, प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे। कुछ ही देर में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की बैरिकेटिंग तोड़कर आगे बढ़ने का प्रयास किया। उन्होंने अपने नारे लगाते हुए प्रशासनिक कार्रवाई और मांगों को लेकर जोरदार आवाज़ उठाई। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई बार चेतावनी दी और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।

झुग्गी-झोपड़ियों पर बुलडोजर चलाया जा रहा- केशरवानी

कांग्रेस जिलाध्यक्ष ग्रामीण  विजय केशरवानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार प्रदेश के लोगों के साथ, खासकर बिलासपुर के नागरिकों के साथ, शोषण कर रही है। बिजली बिलों के नाम पर हाहाकार मचा हुआ है, जबकि कांग्रेस सरकार के समय 400 यूनिट बिजली मुफ्त मिलती थी। गरीबों की झुग्गी-झोपड़ियों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है, जिससे उनका घर उजड़ रहा है। इन सभी मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार के खिलाफ आंदोलन किया है।

स्थिति हाथ से निकलती देख पुलिस ने भीड़ को काबू करने व आगे बढ़ने से रोकने के लिए वज्र वाहन और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। पानी की तेज धारा के दौरान बैरिकेड पर चढ़े कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय केसरवानी नीचे गिर पड़े। हालांकि कुछ देर तक वाटर कैनन की तेज बौछारों के बीच भी अनेक प्रदर्शनकारी डटे रहे। अफरा-तफरी के बीच पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद भीड़ को नियंत्रित कर लिया।

“भाजपा सरकार में जनता बेहाल”

कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय केसरवानी ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार के कार्यकाल में जनता अनेक समस्याओं से जूझ रही है। बिजली बिलों में बढ़ोतरी ने आम परिवारों का बजट बिगाड़ दिया है, किसानों को धान बेचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, सड़कें बदहाल हैं और रजिस्ट्री शुल्क बढ़ाकर लोगों पर आर्थिक बोझ डाला जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार कागज़ों और विज्ञापनों में विकास दिखा रही है, जबकि जमीनी हकीकत विपरीत है।

इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि गरीबों की झुग्गियों पर बुलडोजर चलाकर लोगों को बेघर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनता के हक़ और सम्मान के लिए कांग्रेस का यह संघर्ष जारी रहेगा।

पुलिस की तैयारी और ट्रैफिक डायवर्जन

सी एस पी सिविल लाइन निमितेश सिंह ने बताया कि कलेक्ट्रेट घेराव की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा व्यवस्था पहले ही बढ़ा दी गई थी। भीड़ नियंत्रण के लिए बैरिकेड लगाए गए थे और आम जनता को कठिनाई न हो, इसलिए ट्रैफिक को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किया गया था। उन्होंने कहा कि पुलिस का प्रयास था कि विरोध प्रदर्शन के दौरान कानून व्यवस्था और शांति बनी रहे।”

कलेक्ट्रेट के बाहर एक घंटे तक उग्र प्रदर्शन के बाद ज्ञापन सौंपा गया ।पुलिस की कार्रवाई के बाद हालात सामान्य हो गए, लेकिन कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट कर दिया कि जनता की समस्याओं के समाधान तक उनका विरोध प्रदर्शन और आंदोलन जारी रहेगा। बिलासपुर में कलेक्ट्रेट का प्रभावी और जोरदार प्रदर्शन और घेराव से स्पष्ट हो गया है कि आने वाले तीन साल कांग्रेस प्रदेश सरकार के खिलाफ और तगड़ा प्रदर्शन कर सरकार के लिए परेशानी खड़ी करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

निर्मल माणिक/ प्रधान संपादक मोबाइल:- / अशरफी लाल सोनी 9827167176

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