नई दिल्ली, 24 जुलाई: केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू ने आज अपने दिल्ली स्थित निवास पर छत्तीसगढ़ के सभी सांसदों के साथ पारंपरिक हर्षोल्लास एवं गरिमामय वातावरण में हरेली तिहार मनाया।
छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान को दिल्ली में जीवंत करने वाले इस आयोजन में सांसदों ने मिलकर खेती-किसानी, पर्यावरण और परंपरा से जुड़े इस लोकपर्व की भावना को आत्मीयता से साझा किया। इस अवसर पर परंपरागत विधि से हल, बैल, कृषि यंत्रों और वृक्षों का पूजन किया गया।
श्री साहू ने इस अवसर पर कहा ने कहा कि हरेली केवल एक पर्व नहीं, बल्कि यह हमारी माटी, संस्कृति, खेती-किसानी और प्रकृति से जुड़ने का उल्लास है। यह हमें अपने मूल के प्रति आभार व्यक्त करने का अवसर देता है। दिल्ली में रहकर भी छत्तीसगढ़ की सोंधी महक और हरियाली को महसूस करना एक अत्यंत भावुक अनुभव रहा।”
उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति केवल राज्य की सीमाओं तक सीमित नहीं, बल्कि यह देश और दुनिया में सामंजस्य, श्रम और प्रकृति के प्रति सम्मान का संदेश देती है। सभी सांसदों की सहभागिता से यह आयोजन दिल्ली की धरती पर छत्तीसगढ़ की आत्मा को पुनर्जीवित करने जैसा अनुभव रहा।
कार्यक्रम के अंत में श्री साहू ने समस्त देशवासियों, विशेषकर छत्तीसगढ़ के नागरिकों को हरेली तिहार की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं और कृषि संस्कृति एवं पर्यावरण के संरक्षण हेतु जनसहभागिता का आह्वान किया।

