
बिलासपुर ।वंदे मातरम मित्र मंडल की 206 वीं बैठक लखी राम अग्रवाल स्मृति सभागार में संपन्न हुई ।बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ उपस्थित रहे । विधिक सलाहकार अमित सोनी और पूर्व महाधिवक्ता मोटवानी ,राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रफुल्ल शर्मा उपस्थित थे। संगठन गीत जयप्रकाश लाल ने लिया।

मंच का संचालन पृथ्वी सहगल ने किया।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र जैन ने वंदे मातरम मित्र मंडल के उद्देश्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी और कहा कि सनातनियों पर हो रहे अत्याचारों से व्यथित होकर वंदे मातरम मित्र मंडल का गठन किया गया । सात सदस्यों से प्रारंभ कर के आज 5 हजार की संख्या पर पहुंच चुका है।

प्रखर वक्ता पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने अपने उद्बोधन में कहा कि धर्मांतरण जैसी कोई चीज होती ही नहीं धर्म तो हमारा कर्तव्य है हमारी ड्यूटी और कर्तव्य ही धर्म कहा जाता है हम जो पूजा पद्धति को मानते हैं करते हैं ,वह पूजा पद्धति मत कहलाती है।

मतांतर को रोकने के लिए किसी कानून से ज्यादा जरूरी है सनातनियों में मत के प्रति जागरूकता, प्यार लगाव। यदि हम अपने मत को जोड़ेंगे अपने आराध्य से अपनी पूजा पद्धति से अपने संस्कारों से जोड़ेंगे हम कभी मत अंतर हो ही नहीं सकते।

उन्होंने वंदे मातरम मित्र मंडल की सराहना करते हुए कहा कि हर बैठक में वंदे मातरम राष्ट्रगीत का पूर्ण रूपेण गायन करना चाहिए उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्य सरकार के ऊपर नहीं छोड़ना चाहिए। शासन प्रशासन ही सब कुछ नहीं कर सकता। सनातनियों को भी जागरूक होकर अपने एकता के लिए अपनी रक्षा के लिए प्रयास करते रहना चाहिए ।

सनातन अमर है सनातन हमारी जीवन पद्धति है सनातन को कोई मिटा नहीं सकता
अंत में शपथ प्रफुल्ल मिश्रा ने दिलवाई और राष्ट्रगीत जय सिंह चंदेल ने लिया।
अंत में आभार सौरभ दुबे ने प्रस्तुत किया।