बिलासपुर। : केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर (GGU) में NSS शिविर के माध्यम से धार्मिक आस्था पर अतिक्रमण और नियमविरुद्ध गतिविधियों के विरोध में धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया है । यह आयोजन बिलासपुर के सनातन धर्मावलंबियों, सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों द्वारा किया गया है ।
सनातन धर्मावलंबियों ने एक बयान में कहा कि हाल ही में केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर (GGU) के एनएसएस (NSS) शिविर में लगभग 160 सनातन धर्म को मानने वाले छात्रों से नमाज़ अदा करवाई गई, जो सनातन धर्म की आस्था को ठेस पहुँचाने वाला और अत्यंत आपत्तिजनक कृत्य है। इस घटना ने पूरे क्षेत्र के धार्मिक एवं सामाजिक वातावरण को आहत किया है।
बिलासपुर के समस्त सनातनी संगठन इस कार्य को धर्मांतरण की ओर पहला प्रयास मानते हुए इसका कड़ा विरोध करते हैं। जारी बयान में के मुताबिक
गंभीर अनियमितताएँ एवं प्रशासनिक लापरवाही:
केंद्रीय विश्वविद्यालय में संचालित NSS सेल स्वयं नियमविरुद्ध रूप से संचालित किया जा रहा है, जो पहले 2013 और 2015 में बंद हो चुका था, परंतु बिना वैधानिक प्रक्रिया के पुनः चालू कर दिया गया।
NSS के दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्यक्रम अधिकारी नियुक्त करने से पूर्व 21 दिनों का अनिवार्य प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए, जबकि वर्तमान में बिना किसी प्रशिक्षण के ही अधिकारी को प्रभार सौंप दिया गया है।
इससे स्पष्ट है कि प्रशासन न केवल लापरवाह है, बल्कि छात्रों की धार्मिक स्वतंत्रता एवं नियमों की अनदेखी करने में संलिप्त है।
हमारी माँग:
👉 सनातन धर्म की आस्था को ठेस पहुँचाने वाले इस कृत्य के लिए जिम्मेदार NSS कार्यक्रम अधिकारी को तत्काल बर्खास्त किया जाए।
👉 दिखावे की कार्रवाई नहीं, बल्कि सख्त और प्रभावी कदम उठाए जाएँ, जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटनाएँ दोबारा न हों।
धरना प्रदर्शन विवरण:
📅 दिनांक: 25 अप्रैल 2025, शुक्रवार
⏰ समय: प्रातः 9:30 बजे
📍 स्थान: केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर (GGU) परिसर के मुख्य द्वार पर
यह विरोध संविधान, धार्मिक स्वतंत्रता और छात्र हितों की रक्षा हेतु है। सभी जागरूक नागरिकों, छात्र संगठनों और सनातनी समाजजनों से निवेदन है कि इस शांतिपूर्ण एवं लोकतांत्रिक आंदोलन में सशक्त रूप से भाग ले ।

