

बिलासपुर। प्रयागराज कुंभ मेले के भगदड़ में बिलासपुर से गए भाजपा नेता और पूर्व एल्डरमैन मनीष अग्रवाल भी फंस गए थे । उन्हें भी चोट आई और अस्पताल में भर्ती होना पड़ा ।वहां का मंजर कैसा था यह जानने के लिए मनीष अग्रवाल की जुबानी पढ़ें ;

हमने प्रयागराज में मौनी अमावस्या की रात 28 तारीख लगभग डेढ़ पोने 2:00 बजे साक्षात उस मंजर को देखे हैं जो भीड़ बेकाबू हुई लोगों ने बैरिकेटिंग तोड़ी बैरियर तोड़े नागा साधुओं संत महात्मा की शाही स्नान अमृत कुंभ स्नान की बेला भोरे भोरे प्रातः कालीन 4:00 के स्नान के लिए लाखों लोग सेक्टर 21 22 के आगे संगम घाट के पहले जो समतल एरिया है जहां पर करीब करीब 15 से 17 पीपा पुल बनाए गए एवं स्नान के लिए घाट बनाए गए संगम तो दूर से ही दर्शन करवाया जा रहा है जो पर्व की तिथि पड़ रही है

उस पर बनाए गए घाट पर ही स्नान किया जा रहा है व्यवस्था प्रशासन की बहुत ही अच्छी और सुंदर है कुंभ मेले का पूरा आयोजन एक नया बसाया गया शहर गांव कस्बा बोले जो जो क्षुशी अरेल दोनों क्षेत्र हैं एक इस पार एक उस पार लगभग 35 से 40 किलोमीटर का वह एरिया जिसमें पूरी एक नई सड़क का निर्माण जो मां गंगा के पाट पर दोनों तरफ किया गया है

एक तरफ जो नॉर्मल दिनों में लेटे हनुमान जी और संगम घाट जाने का जो बारह माह का रास्ता है और ठीक उसके दूसरी तरफ जो पीपा पुल के अलावा पक्के पुल पुलिया भी निर्माण किए गए हैं जहां टेंट सिटी एवं नागा साधुओं का महात्माओं का अखाड़ों का एवं विद्वद् जन प्रवचन कथा वाचक महात्माओं का शिविर और टेंट और रुकने का इंतजाम किया गया है दिन और रात एक बराबर लगता है रात को भी आसमान पूरा प्रकाशमय रहता है

मौनी अमावस्या को जो घटना वहां घटित हुई अचानक भीड़ बेकाबू हुई और घटना घटित हो गई न जाने कितने लोग घायल हुए कितने अपनों ने अपनों को खाया बहुत से लोग दिवंगत हो गए जो लोग मोक्ष की लिए गए थे वह भगदड़ में दबकर मर गए कुछ ही देर बाद एनडीआरएफ पैरामिलिट्री फोर्स केंद्रीय बटालियन की टीम ने मोर्चा संभाला और शासन प्रशासन के अलावा सेवा धारी सोशल एक्टिव लोगों के द्वारा स्थिति पर नियंत्रण करते हुए सभी को नॉर्मल किया गया जो घायल उनका स्वास्थ्य शिविर ले जा रहे जो गंभीर उनको बड़े अस्पताल ले जा रहे और जो खो गए उनकी पहचान के लिए खोया पाया शिविर में उनके परिजन रपट लिख रहे बहुत ही भयानक मंजर रहा

लेकिन सनातन धर्म और संस्कृति के रक्षक लाखों करोड़ों श्रद्धालु जितनी संख्या में वहां स्नान और दर्शन के लिए जा रहे थे जो लौट रहे थे उनसे चार गुना ज्यादा श्रद्धालु कुंभ कुंभ स्नान के लिए जा रहेथे टेंट सिटी के सेक्टर 4 और 5 में कल्पवास कर रहे ऐसे भी श्रद्धालु है जो पूरे पूरे माह कल्पवास जप तप तपस्या के साथ दान पुण्य भंडारा चल रहे कुंभ स्नान के लिए पहुंचने वाले किसी भी श्रद्धालु को भोजन प्रसाद की कहानी कोई कमी नहीं है हर जगह भोजन प्रसाद भंडारा निशुल्क चल रहा है रुकने की भी कोई कमी नहीं है व्यवस्था बहुत सी है
बस पब्लिक समझ नहीं रही पहले पहले के चक्कर में कई सारी व्यवस्थाएं पब्लिक स्वयं कहीं ना कहीं बिगाड़ रहे जिसके कारण घटनाएं दुर्घटनाएं हो रही यह कुंभ अमृत कुंभ के नाम से हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि अन्य देशों के भी श्रद्धालु इस अमृत कुंभ में डुबकी लगाने पहुंच रहे भारत देश के अनेक प्रांत के संत महात्मा प्रवचनकर्ता का विशेष इंतजाम अपने श्रद्धालुओं जजमानों के लिए किया गया भोजन एवं आवास के साथ-साथ प्रत्येक शिविर में स्वास्थ्य समीर के साथ-साथ प्रतिदिन सुप्रसिद्ध कथा वाचक की भागवतकथाएं भी निरंतर चल रही।
निर्मल माणिक/ प्रधान संपादक ,मोबाइल:- 9827167176
Sat Feb 1 , 2025
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