
बिलासपुर । सोमवार को – मस्तूरी विधानसभा के अंतर्गत ग्राम भिलाई व रलिया में मेसर्स अरपा कोल बेनिफिकेशन एण्ड एनर्जी एल एल ई की स्थापना के लिए छत्तीसगढ़ पर्यावरण मण्डल बिलासपुर की अगुवाई एवं जिला प्रशासन की उपस्थिति में जनसुनवाई का विरोध करने बड़ी संख्या में प्रभावित ग्राम के ग्रामीण किसान विरोध दर्ज कराने बड़ी संख्या में उपस्थित थे। जनसुनवाई के दौरान कोलवासरी के स्थापना को लेकर पुरजोर एवं तर्को के सहित विरोध किया गया।
जनसुनवाई के दौरान कोलवासरी के विरोध में अपनी बात रखने तर्क प्रस्तुत करते हुए अरपा विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष अभयनारायण राय ने कहा कि ग्राम भिलाई रलिया सहित आसपास के 10 ग्राम पंचायत किसानी का ईलाका है इस इलाके में कोल वासरी की स्थापना से किसानी खत्म होगी, धूल धुंवा और प्रदूषण की समस्या रहेगी। कोल वासरी में बड़ी मात्रा में पानी का उपयोग होता है जिससे प्रभावित ग्रामों में जल संकट भी उत्पन्न होगा वही प्रदूषित पानी छोड़ने से पीने के पानी भी विषाक्त पानी की श्रेणी में आ जाएगा स्वास्थ्य का संकट उत्पन्न होगा। कोल वासरी के 500 मीटर के दायरे में स्कुल भी आ रहे है। जिससे बच्चो के स्वास्थ्य में भी प्रभाव पड़ेगा।
अभयनारायण राय ने अपनी बात रखते हुए कोलवासरी स्थापना एवं जनसुनवाई का विरोध किया ।जनसुनवाई रद्द करने की मांग की और किसी भी किमत पर कोलवासरी हरे भरे मस्तूरी में स्थापित नहीं करने की मांग की।
अभयनारायण राय ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन एवं पर्यावरण विभाग उद्योगपति को सहायता करने का काम कर रहा है। उन्होंने निर्वाचित जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि भविष्य में होने वाली पर्यावरण की समस्या को देखते हुए कोलवासरी स्थापना का विरोध करें।
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