महज एक लाख रुपए के टेंडर में क्या सर्वे करेगी यह कंपनी
मुख्य सचिव ने हाई कोर्ट में 3 सप्ताह में इसकी रिपोर्ट आने का दावा किया है
कहीं एक फर्जी रिपोर्ट के सहारे बिलासपुर में 4c एयरपोर्ट को ना बनाने की साजिश तो नहीं
बिलासपुर २७ जुलाई हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने सवाल उठाते हुए कहा कि गत मई के महीने में राज्य सरकार ने बोरकर और मजूमदार कंपनी मुंबई को बिलासपुर में 4c एयरपोर्ट बनाना चाहिए या नहीं इसकी इकोनामिक फीजिबिलिटी रिपोर्ट बनाने का ठेका दिया था उस बोरकर और मजूमदार कंपनी ने बिलासपुर में कार्यालय खोलने के अलावा अब तक किसी से बात नहीं की है जबकि राज्य सरकार के मुख्य सचिव ने हाई कोर्ट में यह शपथ पत्र दिया है कि तीन सप्ताह के भीतर इस की अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत हो जाएगी। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने यह आशंका जताई कि कहीं यह सारा कुछ एक फर्जी रिपोर्ट के माध्यम से बिलासपुर में 4c एयरपोर्ट को न बनाने की साजिश के तहत तो नहीं हो रहा?
गौर तलब है कि बिलासपुर में 4c एयरपोर्ट बनाने के लिए टेक्निकल फीजिबिलिटी रिपोर्ट पहले ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के द्वारा प्रस्तुत कर दी गई है और उसमें बिलासपुर चकरभाठा को 4c एयरपोर्ट के लिए सर्वथा उपयुक्त पाया है। इसकी इकोनामिक फीजिबिलिटी के बारे में भी राज्य सरकार स्वयं निर्णय ले सकती थी या एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से पूछ सकती थी परंतु उसने इस काम का ठेका बोरकर और मजूमदार कंपनी जो मूलत चार्टर्ड अकाउंटेंट कंपनी है को दे दिया। मजेदार है यह है कि यह ठेका केवल ₹100000 की लागत का है और बिलासपुर में अपना कार्यालय खोलने के अलावा इस कंपनी ने अब तक किसी से बात नहीं की है। पहले बताया गया था कि एक माह के अंदर यह कंपनी रिपोर्ट दे देगी परंतु तीन महावीर जाने के बाद अभी भी 3 सप्ताह का समय और इसको दिया गया है। ऐसे समय में जब जबलपुर एयरपोर्ट को 4c में बदलने की लागत 412 करोड रुपए आई है उसे समय किसी चार्टर्ड अकाउंटेंट कंपनी से इस संबंध में इकोनामिक फीजिबिलिटी रिपोर्ट बनवाने का फैसला ही सवालों के घेरे में है। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने यह कहा कि कहीं यह सब कुछ आम जनता के साथ खिलवाड़ करने के लिए तो नहीं किया जा रहा। समिति ने कहा जिस तरह माननीय उच्च न्यायालय इस मसले को गंभीरता से ले रहा है कहीं यह सब कुछ उसको गुमराह करने के लिए तो नहीं किया जा रहा।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का महा धरना आज भी जारी रहा सर्वश्री रवि बनर्जी ,अनिल गुलहरे ,संतोष पीपलवा,, आशुतोष शर्मा, मनोज श्रीवास, केशव गोरख, देवेंद्र सिंह ठाकुर ,महेश दुबे टाटा, पवन पांडे, साबर अली ,दीपक कश्यप, प्रतीक तिवारी, अमर बजाज, शिरीष कश्यप, विजय वर्मा ,प्रमोद नायक, चंद्र प्रकाश जायसवाल, अखिल अली और सुदीप श्रीवास्तव शामिल थे।

