दुर्ग जिले के रिसाली नगर निगम की राजनीति में बड़ा उठापटक हो गया है। कांग्रेस के पांच पार्षद जो पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू के समर्थक हैं, दल बदल कर भाजपा विधायक ललित चंद्राकर एवं दुर्ग जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक की उपस्थिति में भाजपा की सदस्यता ले ली। इसे विधायक ललित चंद्राकर की बड़ी जीत मानी जा रही है।पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के आशीर्वाद से रिसाली निगम में जीते हुए तीन कांग्रेसी महिला पार्षद और दो निर्दलीय पार्षद जिन्हें पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू का समर्थन प्राप्त था सभी बीजेपी में शामिल हो गए।
रिसाली नगर निगम में उठापटक शुरु से ही चल रहा है। लेकिन जब तक कांग्रेस की सत्ता थी तब तक कांग्रेसी खेमे के पार्षद ने यह जहमत नहीं उठाई थी।
भारतीय जनता पार्टी की राज्य में सरकार होने के बाद से इसके पूर्व में दो निर्दलीय पार्षद जो कांग्रेस में शामिल हुए थे वह पहले से ही (लोकसभा चुनाव के समय) भाजपा में शामिल हो गए थे।इसमें बड़ी बात यह है कि दो ऐसे पार्षद है जो MIC में शामिल है । जिसमें परमेश्वर दास पर्यावरण एवं आवास विभाग के सदस्य थे उन्हें पहली बार में ही मौका मिल गया था वही पार्षद चंद्रप्रकाश निगम को MIC रहे विलास बोरकर को हटाने के बाद राजस्व और बाजार विभाग का जिम्मा दिया था।
रूआबांधा क्षेत्र की पार्षद सारिका साहू पूर्व एल्डरमैन प्रेमचंद साहू की है धर्म पत्नी
श्रीमती सरिता देवांगन वार्ड नंबर 14 की पार्षद है पहली बार पार्षद बनी उन्होंने भी आज बीजेपी का दामन थाम लिया। महुआरी मरोदा की पार्षद ईश्वरी साहू, जो खूब विवादों में रही। महतारी वंदन योजना के लिए महिलाओं से पैसा लेते वक्त एक पत्रकार के स्टिंग के दौरान कैमरे में कैद हो गई थी। जिसमें खूब फजीहत भी हुई थी।
जानकारी अनुसार नेहरू नगर के चौहान इंपीरियल हाल में बिहार दिवस का आयोजन किया गया है। जिसमे दूर्ग ग्रामीण के विधायक ललित चन्द्राकर,भाजपा के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र कौशिक की उपस्थिति में उक्त सभी पार्षद भगवा गमछा पहन कर भाजपा में शामिल हुए है।रिसाली निगम चुनाव के बाद लगभग 6 निर्दलीय पार्षद हुए थे कांग्रेस में शामिल
कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी नरेश कोठारी को हराकर चंद्र प्रकाश निगम चुनाव जीते थे। आज नरेश कोठारी भी बीजेपी में है। वहीं कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी राजेंद्र रजक को हराकर पार्षद टीकम साहू चुनाव जीते थे। ऐसे ही निर्दलीय प्रत्याशियों को जब कांग्रेस में शामिल किया गया था तब तात्कालिक मंत्री ने अपना कुनबा बड़ा करने के लिए इन निर्दलीयों को अपने साथ कर लिया था। अब इसमें से लगभग चार निर्दलीय है भाजपा के हिस्से में चले गए हैं वहीं कांग्रेस के हिस्से के ही तीन पार्षदों को तोड़कर विधायक ललित चंद्राकर ने अपने खेमे में शामिल कर लिया।
वैसे यह फेहरिस्त लंबी हो सकती है आगे और भी कुछ कांग्रेसी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता। अब रिसाली नगर निगम में कांग्रेस और बीजेपी बराबरी पर आ गए है।

